'..अब ये कंवल के फूल कुम्हलाने लगे हैं', दुष्यंत कुमार के 10 शेर

दुष्यंत ने एक कंठ विषपायी, सूर्य का स्वागत, आवाज़ों के घेरे, जलते हुए वन का बसंत, छोटे-छोटे सवाल...

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